पीत पट पहने मुख चन्दा सा उसपे सोहे काली घूंघर लट !!
मस्तक पर केसर तिलक दमके,शीश पर न्यारो मोर मुकुट!!
मै बलिहार नटवरनागर तेरे विशाल दोउ नैना करें निहाल !!
गल सोहत वनमाल,वैजयंतीमाल चमकत मोतियन माल !!
मन मोहत मुस्कान मंद मंद अधरन धर वंशी बजाये मधुर!!
तिरछे चरण धर खड़े तुम सुनते *कृष्ण* प्रेमीजन की पुकार !!
*जय श्री कृष्णा* जय श्री कृष्णा* जय श्री कृष्णा******श्रीओम....
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